आप भी सदस्य बनें-

Monday 7 June, 2010

कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना...(कार्टून धमाका)


***********************************************************************

18 comments:

  1. हे राम अब उसे भी काट लो ... लेकिन वोट???

    ReplyDelete
  2. बहुत ही बढ़िया व्यंग्य

    ReplyDelete
  3. हा हा!! बहुत सटीक!

    ReplyDelete
  4. उफ्फ! सरकार भी टेलरिंग के धन्धे में. अब काट ही लो

    ReplyDelete
  5. और जेब?

    सबसे पहले तो वही कटी होगी.

    ReplyDelete
  6. सभी स्नेही टिपण्णी दाताओं का दिल से आभार..!

    ReplyDelete
  7. Great one ........kai logo ka to gala bhi nahi bacha ..........

    ReplyDelete
  8. बहुत सही .. कटने को गला ही रह गया है !!

    ReplyDelete
  9. घुट घुट के मरने से तो
    गला कटना ज्यादा अच्छा
    क्या कहना सुरेश भाई
    मार डाला

    ReplyDelete
  10. खंजर तने हुए हैं और सर झुके हुए हैं
    मकतल सा लग रहा है मंज़र तेरी गली में......

    ReplyDelete
  11. अब तो ये ही बचा है :)

    ReplyDelete
  12. बहुत ही बढ़िया व्यंग्य
    HA HA HA HA HA HA

    ReplyDelete
  13. प्रिय माधव,
    तुमने मेरे ब्लॉग पर आकर टिपण्णी की..बहुत-बहुत आभार ! आते रहना !

    ReplyDelete
  14. बढ़िया है जी...
    आप का कहने का अन्दाज...
    बढ़िया व्यंग्य......

    ReplyDelete

आपकी एक टिपण्णी हमारा मनोबल बढ़ाएगी !