आज स्वतंत्रता दिवस है..आज हमने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर आजादी पायी थी, पर
क्या हम आजाद होकर भी आजादी की साँस ले पा रहे है ? ये एक सवाल छोड़ा है हमने आपके लिए,
इस सवाल पर आत्म मंथन की जरूरत है, हमारा ये कार्टून गंभीर है..आप कार्टून देखें, संभव हो तो
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bahut khoob !
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