वैसे तो पत्त्नियाँ..
पति के दुःख-सुख की सच्ची हमसफ़रहोती है ..शादी से पहले मर्दों की जिंदगी चाहे जैसी भी रही हो,पर..ये सत्य है कि शादी के बाद मर्द पूरी तरह से अपनी पत्नी पर आश्रित हो जाता है,
पत्नी अपने धर्म का पालन कर पति का हर तरह से ख्याल रखती है...अगर पति एक दिन खाना खाने से मना कर दे तो पत्नी बेचैन हो जाती है और फिर सवालों की बौछार-
क्यों भूख नहीं है ???..... कार्टून!
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मेरा भी रिश्वत खाने का मन है
ReplyDeleteरोज रोज खाना बनाने से आ गई तंग हूं
स्वाद रिश्वत का मैं भी लेना चाहती हूं
पर अब नेताओं के लिए रिश्वत का नाम बदलकर
चंदा कर दिया गया है
चंदा ओ चंदा
सौ प्रतिशत छूट का फंडा।
मेरा भी रिश्वत खाने का मन है
ReplyDeleteरोज रोज खाना बनाने से आ गई तंग हूं
स्वाद रिश्वत का मैं भी लेना चाहती हूं
पर अब नेताओं के लिए रिश्वत का नाम बदलकर
चंदा कर दिया गया है
चंदा ओ चंदा
सौ प्रतिशत छूट का फंडा।
July 8, 2009 9:11 AM शर्मा जी यह वर्ड वेरीफिकेशन तो हटा दें हुजूर। कमेंट्स की सैटिंग में जाकर। दिक्कत आए तो बंदा हाजिर।
बहुत ही बढिया
ReplyDeleteरोचक और मजेदार।
ReplyDeleteमजेदार
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